Indian vs England लीड्स में खेले गए एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी के पहले टेस्ट में भारत को इंग्लैंड के हाथों 5 विकेट से हार का सामना करना पड़ा। इस हार के साथ ही इंग्लैंड ने पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है। भारतीय टीम ने इंग्लैंड को 371 रन का विशाल लक्ष्य दिया था, लेकिन इसके बावजूद वे मैच जीतने में कामयाब नहीं हो सके। यह पहली बार हुआ कि भारत ने किसी टेस्ट मैच में 5 शतक लगाए और फिर भी उसे हार का सामना करना पड़ा। शुभमन गिल की कप्तानी में यह उनका पहला मैच था, जिसमें टॉप ऑर्डर की बल्लेबाजी तो शानदार रही, खासकर **ऋषभ पंत** जिन्होंने दोनों पारियों में शतक जड़ा।
Indian vs England
Scorecard
IND 1st Innings
471-10 (113 Ov)
ENG 1st Innings
465/10 (100.4 overs)
IND 2 nd Innings
364 – 10 (96)
ENG 2nd Innings
373-5 (82)
INDIAN VS ENGLAND Test Series
लेकिन फिर भी हार क्यों मिली? आइए, भारत की इस चौंकाने वाली हार के 7 बड़े कारण जानते हैं:
# भारत की हार के 7 बड़े कारण
# 1. निचले क्रम की बल्लेबाजी का ढह जाना (72 रन पर 13 विकेट)
Indian टीम की निचली बल्लेबाजी इस मैच में चिंता का सबसे बड़ा कारण रही। दोनों ही पारियों में टीम ताश के पत्तों की तरह ढह गई। पहली पारी में आखिरी 7 विकेट सिर्फ 41 रन पर गिरे, और दूसरी पारी में तो 6 विकेट केवल 31 रन पर ही गिर गए। बल्लेबाजी के लिए बेहतरीन पिच पर कुल 72 रन पर 13 विकेट गंवाना हार का एक बहुत बड़ा कारण बना।
# 2. खराब फील्डिंग, खासकर यशस्वी जायसवाल की
Indian की फील्डिंग इस मैच में बेहद निराशाजनक रही, खासकर युवा बल्लेबाज **यशस्वी जायसवाल** की। भारतीय फील्डरों ने पहली पारी में 5 और दूसरी पारी में 2 कैच टपकाए। हालांकि, England की दूसरी पारी में जैक क्रॉली का कैच मुश्किल था, और जसप्रीत बुमराह भी फॉलो थ्रू में उसे लपक नहीं पाए, लेकिन **जायसवाल ने अकेले 4 कैच टपकाए**। ये छोड़े हुए कैच इंग्लैंड को बड़े स्कोर तक पहुंचने में मदद कर गए।
# 3. बेदम तेज गेंदबाजी
India vs England test में जसप्रीत बुमराह को छोड़कर भारत की तेज गेंदबाजी इस मैच में बेदम दिखी। बुमराह भी लंबे स्पेल में अपनी लय बरकरार नहीं रख पाए। **मोहम्मद सिराज** ने दूसरी पारी में थोड़ी अच्छी गेंदबाजी की, लेकिन विकेट नहीं ले पाए, और पहली पारी में तो वे काफी साधारण रहे। **प्रसिद्ध कृष्णा** दोनों पारियों में सबसे महंगे साबित हुए, उनकी इकोनॉमी 6 से ऊपर रही। **शार्दुल ठाकुर** की गेंदबाजी भी साधारण रही और वे बल्ले से भी कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाए। गेंदबाजों का विकेट न ले पाना हार का एक अहम कारण था।
# 4. जसप्रीत बुमराह की महंगी नोबॉल
जसप्रीत बुमराह की एक नोबॉल भारत को बहुत भारी पड़ी। उन्होंने पहली पारी में England के**हैरी ब्रूक** को बिना खाता खोले ही आउट कर दिया था, लेकिन दुर्भाग्य से वह गेंद नोबॉल निकली। इस जीवनदान के बाद हैरी ब्रूक ने 99 रनों की शानदार पारी खेली, जिसने इंग्लैंड को 465 रनों के बड़े स्कोर तक पहुंचने में मदद की। यह नोबॉल मैच का एक बड़ा टर्निंग पॉइंट साबित हुई।
# 5. टॉस का नुकसान
लीड्स में भारत की हार का एक कारण टॉस भी रहा। 2017 के बाद से यह 7वीं बार था जब लीड्स में दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने वाली टीम जीती है। इस मैदान पर 5 बार 250 से ज्यादा का लक्ष्य हासिल हुआ है, और यह तीसरी बार था जब 320 रन से ज्यादा का लक्ष्य चेज किया गया। ऐसे में टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करना इंग्लैंड के लिए फायदेमंद साबित हुआ, क्योंकि उन्हें चौथी पारी में बल्लेबाजी करनी थी।
# 6. विरोधी बल्लेबाजों का शानदार प्रदर्शन
India vs England Test में इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने, खासकर **बेन डकेट** (149 रन) और अनुभवी **जो रूट** (नाबाद 53 रन) ने शानदार बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया। उन्होंने बड़े लक्ष्य का पीछा करते हुए आत्मविश्वास और नियंत्रण बनाए रखा। जो रूट के संयमित 53 रन और **जेमी स्मिथ** के 44 रनों की आक्रामक पारी ने लक्ष्य को जितना मुश्किल दिख रहा था, उससे कहीं ज़्यादा आसान बना दिया। विरोधी बल्लेबाजों की इस शानदार फॉर्म का मुकाबला करना भारतीय गेंदबाजों के लिए मुश्किल हो गया
# 7. रणनीति में लचीलेपन की कमी
भारत की गेंदबाजी और फील्डिंग में रणनीति की कमी दिखी। जब शुरुआती विकेट नहीं मिल रहे थे, तब कप्तान **शुभमन गिल** को गेंदबाजी में अधिक बदलाव करने चाहिए थे या नए प्लान आजमाने चाहिए थे। फील्डिंग में भी, कैच छूटने के बाद फील्ड प्लेसमेंट में सुधार करने और दबाव बनाने की जरूरत थी, जिसमें शायद भारतीय टीम उतनी सफल नहीं रही।
यह वाकई एक ऐसी हार थी, जिस पर भारतीय टीम को विचार करना होगा। इतनी शानदार बल्लेबाजी के बावजूद हारना टीम के लिए सीखने का एक बड़ा अवसर है। आगे के मैचों में टीम इन गलतियों से सीख कर वापसी कर पाएगी, उम्मीद करते हैं। आपकी राय में इन कारणों में से कौन सा भारत की हार का सबसे बड़ा जिम्मेदार था?